सिद्धांत संख्या – 1
किसी चतुर्भुज के चारों कोणों का योग 3600 होता है ।
सिद्धांत संख्या – 2
किसी चतुर्भुज के सम्मुख भुजाओं का एक युग्म समानांतर तथा बराबर हो , तो वह समानांतर चतुर्भुज होगा।
सिद्धांत संख्या – 3
किसी समानांतर चतुर्भुज के सम्मुख भुजाएं समानांतर तथा बराबर होती है।
सिद्धांत संख्या – 4
किसी चतुर्भुज के उसके सम्मुख भुजाएं बराबर हो, तो वह चतुर्भुज समांतर चतुर्भुज होगा।
सिद्धांत संख्या – 5
समानांतर चतुर्भुज की सम्मुख भुजाएं बराबर होती है।
सिद्धांत संख्या – 6
किसी चतुर्भुज के विकर्ण एक दूसरे को समद्विभाजित करते हैं तो वह समानांतर चतुर्भुज होगा।
सिद्धांत संख्या – 7
समानांतर चतुर्भुज के विकर्ण एक दूसरे को समद्विभाजित करते हैं ।
सिद्धांत संख्या – 8
समानांतर चतुर्भुज एक आयत होगा यदि केवल उसके विकर्ण समान लंबाई के हो।
सिद्धांत संख्या – 9
आयत के विकर्ण समान लंबाई के होते हैं।
सिद्धांत संख्या – 10
समानांतर चतुर्भुज एक होगा यदि केवल उसके विकर्ण परस्पर लंब हों।
सिद्धांत संख्या – 11
समचतुर्भुज के विकर्ण परस्पर लंब होते हैं ।
सिद्धांत संख्या – 12
समानांतर चतुर्भुज एक वर्ग होगा यदि केवल उसके विकर्ण परस्पर लंब तथा एक दूसरे के बराबर हों।
सिद्धांत संख्या – 13
वर्ग के विकर्ण परस्पर लंब तथा समकोण बनाते हैं।
सिद्धांत संख्या – 14
समानांतर चतुर्भुज का प्रत्येक विकर्ण इसे दो बराबर क्षेत्रफल वाले दो त्रिभुजों में बांटती है।
सिद्धांत संख्या – 15
एक ही आधार पर तथा एक ही समानांतर रेखाओं के मध्य बने समानांतर चतुर्भुजों के क्षेत्रफल बराबर होते हैं।
सिद्धांत संख्या – 16
एक ही आधार पर तथा एक ही समानांतर रेखाओं के मध्य बने तिभुजों के क्षेत्रफल बराबर होते हैं।
सिद्धांत संख्या – 17
समानांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल उसकी किसी एक भुजा और एक शीर्ष – लंब के गुणनफल के बराबर होता है।
सिद्धांत संख्या – 18
समलंब चतुर्भुज का क्षेत्रफल उसके शीर्ष – लंब और समानांतर भुजाओं के योगफल के गुणनफल का आधा होता है।
सिद्धांत संख्या – 19
समचतुर्भुज का क्षेत्रफल उसके विकर्ण के गुणनफल का आधा होता है।
सिद्धांत संख्या – 20
समलंब चतुर्भुज के विकर्ण एक दूसरे को आनुपातिकत: विभाजित करते हैं।